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Showing posts from April, 2025

कंगना की भविष्यवाणी, कुणाल कामरा पर हमला और उद्धव गुट की दोहरी राजनीति

हाल ही में कॉमेडियन कुणाल कामरा ने एकनाथ शिंदे का मज़ाक उड़ाया, जिसके बाद कुछ लोगों ने उनके ऑफिस में तोड़फोड़ कर दी। इस घटना के बाद प्रियंका चतुर्वेदी, संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने कुणाल कामरा के मज़ाक का समर्थन किया। हालांकि, एक समय था जब कंगना रनौत के घर के कुछ हिस्से को BMC ने तोड़ दिया था, उस समय महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास आघाड़ी (MVA) की सरकार थी। तब इस तोड़फोड़ का समर्थन खुद कुणाल कामरा ने किया था। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि कंगना ने अपने घर पर हुई तोड़फोड़ के बाद भविष्यवाणी की थी कि महाराष्ट्र में उद्धव सरकार का अंत निकट है — और बाद में यह भविष्यवाणी सच साबित हुई।                                                     

पहलगाम हमला या इज़राइल जैसा हमला: क्या भारत भी अब देगा आतंक के खिलाफ इज़राइल जैसी जवाबी कार्रवाई?

स्थान और समय चाहे अलग-अलग हों, लेकिन पहलगाम आतंकी हमला (Phalgam Terror Attack) और 2023 में हमास द्वारा इज़राइल (Israel) के नागरिकों पर किया गया हमला एक जैसी ही क्रूरता और बर्बरता को दर्शाते हैं। 2023 में, हमास (Hamas)  के आतंकवादियों ने इज़राइल के आम नागरिकों पर, जो वीकेंड की छुट्टियाँ मना रहे थे, अचानक से अंधाधुंध गोलीबारी की और सैकड़ों निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया। वे लोग इस बात से पूरी तरह अनजान थे कि उन पर इस तरह का भीषण हमला हो सकता है। ठीक इसी तरह, हाल ही में पहलगाम में भी, छुट्टियाँ मनाने आए निहत्थे और बेख़बर लोगों पर आतंकवादियों ने हमला किया और कई निर्दोष जानें चली गईं। यह घटना न केवल दर्दनाक है बल्कि यह आतंकवाद की उसी मानसिकता को उजागर करती है, जिसमें आम नागरिकों को निशाना बनाकर डर का माहौल फैलाया जाता है। इस्राइल सरकार ने अपने नागरिकों पर हुए इस हमले के जवाब में बेहद सख्त और निर्णायक कदम उठाए। उन्होंने आतंकवाद की जड़ों तक पहुंचने और उसे पूरी तरह समाप्त करने के लिए एक लंबा और गंभीर सैन्य अभियान चलाया। अब सवाल यह उठता है कि क्या भारत सरकार भी इसी तरह का कठोर और ...

रश्मिका मंदाना के सर्मथन में उतरीं कंगना रनौत

कभी अटल सेतु की प्रमोशन कर मोदी विरोधियों के निशाने पर आने वाली रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandana), एक बार फिर से विवादों में घिर गई हैं। इस बार विवाद की शुरुआत कर्नाटक के एक विधायक के बयान से हुई, जिसमें उन्होंने दावा किया कि एक फ़िल्म इवेंट के लिए रश्मिका को आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने उस इवेंट में शामिल होने से इनकार कर दिया। इस दावे के बाद, रश्मिका की तरफ से इन आरोपों का खंडन किया गया। वहीं दूसरी ओर, आयोजकों की तरफ से यह कहा गया कि उनके पास इस बात के पूरे सबूत हैं कि रश्मिका को औपचारिक तौर पर निमंत्रण भेजा गया था। इस पूरे मामले में नया मोड़ तब आया जब कर्नाटक के डिप्टी सीएम का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि इसे अनुरोध समझें या चेतावनी — अगर सरकार शूटिंग की अनुमति न दे, तो फिल्में बननी बंद हो जाएंगी और पूरा फिल्म उद्योग संकट में पड़ जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अच्छी तरह पता है कि "नट-बोल्ट कहां कसने हैं।" जैसे ही विपक्ष की तरफ से इस तरह के तीखे बयान सामने आए, बीजेपी की ओर से प्रतिक्रिया आना तय था। इसी के तहत अभिनेत्री कंगना रनौत ने इस पूरे विवाद में कूदत...