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ममता सरकार की पुलिस ने हरियाणा से शर्मिष्ठा को गिरफ़्तार तो कर लिया, लेकिन क्यों बंगाल में मौजूद वजाहत को अब तक ढूंढ़ नहीं पाई?

ममता सरकार की पुलिस ने हरियाणा से शर्मिष्ठा को गिरफ़्तार तो कर लिया, लेकिन क्यों बंगाल में मौजूद वजाहत को अब तक ढूंढ़ नहीं पाई?

कितनी अजीब बात है कि जो खुद ही नफरत फैलाने वाला भाषण देता हो, जो खुद ही दूसरे धर्म के खिलाफ ज़हर उगलता हो, वही वजाहत खान (Wajahat Khan) की शिकायत पर कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा पनौली (Sharmistha Panoli) को नफरत फैलाने वाले भाषण (Hate Speech) के मामले में गुरुग्राम (Gurugram) से गिरफ्तार किया था। 

कोलकाता पुलिस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का रवैया देखिए कि अगर कथित तौर पर अपराधी हिंदू लड़की है, वह भी एक छात्रा, तो उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस बंगाल से हरियाणा जा सकती है, लेकिन वजाहत खान, जब बंगाल में ही है, तो अब खबरें आ रही हैं कि वजाहत लापता है — मतलब यह कि कोलकाता शहर से बंदा गायब है लेकिन पुलिस को पता ही नहीं चला। शायद इसलिए कि दूसरों के खिलाफ शिकायत करने वाला इंसान खुद ही आरोपों का सामना कर रहा है और इसीलिए अभी घर छोड़कर भाग गया है क्योंकि उसके खिलाफ तीन अलग-अलग जगहों से शिकायत की गई है — दिल्ली से, पश्चिम बंगाल से और असम से। खुद, हिमंत विश्व शर्मा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sharma) ने कहा है कि उसके खिलाफ गुवाहाटी में शिकायत की गई है और श्री शर्मा पश्चिम बंगाल पुलिस (West Bengal Police) से अनुरोध करेंगे कि बंगाल पुलिस उसकी गिरफ्तारी में मदद करें।

लेकिन, असम पुलिस की टीम, जिसमें पाँच कर्मी शामिल थे, जब असम से कोलकाता स्थित वजाहत खान के घर पहुँची, तो वहाँ कोई मौजूद नहीं था। वजाहत के पिता सआदत खान को पूछताछ के लिए जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। हालाँकि, जब टीम वहाँ पहुँची तो वह भी घर पर मौजूद नहीं थे।

                              


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